खूबसूरत मौसम
दिल खुश रहता है मेरा
फिर चाहे जो भी हो मंजर
चाहे खुला खुला आसमां
या फिर पतली संकरी डगर
शाम के चढ़ते साए में
दिखा बादलों का एक सफर
मिला कागजों का पुलिंदा
जिस पे गई मेरी कलम ठहर
बादलों की थी वो अठखेलियां
तो किसी को सावन की रुसवाइयां
कहीं खरीफ की परेशानियां
कहीं इश्क की गुलजारियां
मौसम खूबसूरत गीत खुशनुमा
ठंडी हैं हवाएं ख्याल जहांनुमा
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