Friday, May 28, 2021

खूबसूरत मौसम

दिल खुश रहता है मेरा
फिर चाहे जो भी हो मंजर 
चाहे खुला खुला आसमां 
या फिर पतली संकरी डगर 

शाम के चढ़ते साए में 
दिखा बादलों का एक सफर 
मिला कागजों का पुलिंदा
जिस पे गई मेरी कलम ठहर 

बादलों की थी वो अठखेलियां 
तो किसी को सावन की रुसवाइयां 
कहीं खरीफ की परेशानियां 
कहीं इश्क की गुलजारियां

मौसम खूबसूरत गीत खुशनुमा 
ठंडी हैं हवाएं ख्याल जहांनुमा

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