Tuesday, June 15, 2021

दर्ज़ा

तुम्हारी चाहत मत बनाओ 
मुझे जरूरत का दर्जा दो 
धड़कनों की आहट नहीं
नियामत का कर्जा लो

सुकून चाहते हो तो दोस्ती कर लो
मोहब्बत बेकरारी का नाम है

Monday, June 14, 2021

Success will bow down to you

दूरदृष्टि 
अथक परिश्रम 
दृढ़ निश्चय
सफलता तुम्हारे नतमस्तक होगी 

दूर नजरी
कड़ी मेहनत
पक्का इरादा 
कामयाबी तुम्हे सजदा करेगी 

Farsightedness
Hard work 
Strong determination
Success will bow down to you 

#Original

Friday, June 11, 2021

मैं लिखता हूं किसके लिए लिए

मैं लिखता हूं किसके लिए 
लिए दिल में यादों के दिए
वो कहां गए किधर गए
वो दूर गए वो बिखर गए 

छोड़ गए मुझे किसके साथ 
न कोई सहारा न कोई हाथ
लहरें हैं में घिरा हुआ हूं 
अंधेरी में डरा हुआ हूं

जान अटकी हलक में है
मायूसी सी फलक में है 
कोई नहीं मुझे जानने वाला 
थामने वाला पहचानने वाला

यादें हैं

राह थी हमसफर थे 
मंजिलें थीं इरादे थे

जज्बा था कांटे थे 
दोस्ती थी वादे थे 

कुछ गुम हुए जुदा हुए 
खत्म हुऐ गुमशुदा हुए 

कुछ यहां गए कुछ वहां गए 
कुछ मिट गए कुछ धुआं हुए

किस्से हैं यादें हैं 
उन पलों की बातें हैं

कब मिलेंगे ये आस है 
साथ का एहसास है

जीवन

कभी रवि और निशा तो कभी ऊष्मा और शीत
कभी स्मित और अश्रु तो कभी शत्रु और मीत

ये सब जीवन के अवयव, सदैव और सर्व व्याप्त 
जितना हुआ हमको प्राप्त, बस उतना ही पर्याप्त

#जीवन
11जून21

Saturday, June 05, 2021

वो शायरी ही क्या जिसमें दाद ना हो

वो जाम ही क्या जिसमें शराब न हो
वो हुस्न ही क्या जिसमें शबाब ना हो
बस अब खत्म हुई हमारी महफिल क्योंकि
वो शायरी ही क्या जिस पे दाद ना हो

बारिश

बारिश के साथ मेरा अजीब सा रिश्ता है 
मुद्दत से संभाला अनसुलझा सा किस्सा है 

रिश्ता

वो रिश्ता ही क्या जो अजीब ना हो 
हर पल याद ना आए और ख्याल ना हो 

रिश्ते को नाम दोगे आसमा को बांध दोगे ?

मत खींचो सरहद और ना चार दिवारी
ये रिश्ता है एहसास, ना की दुनियादारी 

3 languages 1 emotion

लक्ष भावनाएँ।

सहस्त्र विचार ।

शत स्मृतियां।

एक व्यक्ति!


***************

लाख जज़्बात।

हज़ार खयाल।

सौ यादें।

एक किरदार!

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Million feelings

Thousand thoughts

Hundred memories

One person!



I -5/6/21

Friday, June 04, 2021

Lazy rainy evening

It's a lazy, rainy evening
The clouds are slowly moving 
The raindrops are slowly dripping 
The calmness is quitely sinking 

The windchimes are tinkling 
The leaves are rustling 
The evening birds are breezing 
My heart is deep in thinking

Wednesday, June 02, 2021

Poem ... in collaboration with Swaraj

Collaborative Effort From ND And SwaSwa

I am alone but not lonely
My thoughts are so friendly 
They go on and on 
From dusk till dawn

In a conversation with myself 
I talk of humans, angels, and elfs
Bright moon and bright star
Keep me company from afar

Tuesday, June 01, 2021

लग गए दस्त

परसों मैं था स्वस्थ
कामों में था व्यस्त 
रात को लगे दस्त 
कल हौसला परस्त 
😭

मेरी तो शामत आई
कमजोरी घिर आई 
पिया जीवन रक्षक घोल
खाया चावल नाप तोल

अब बिल्कुल मस्त हूं 
अत्यंत स्वस्थ हूं 
एनर्जेटिक बॉडी एंड soul
है उत्तम स्वास्थ्य अनमोल
😀